Jaipur Hawa Mahal: Hawa Mahal| Hawa Mahal in Jaipur| jaipur rajasthan culture| भारत देश एक ऐसा देश है जहां पर अनेक ऐसी चीजें पुरानी मिल जायेगी, जो किसी चमत्कार से कम नही हैं। भारत देश एक ऐसा देश है जहां की विभिन्नता में एकता है। भारत देश में एक ऐसा राज्य है जहां पर अनेकों राजा रजबाड़े आश्चयजनक हैं, जिनकी कल्पना भी नहीं की जा सकती है। आज भी वहां पर ऐसे अनेक स्थल हैं, जिन्हें देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं। भारत का वह राज्य राजस्थान है। यह राज्य राजा महाराजाओं की राजधानी रहा है। इस राज्य में अनेकों राजा महाराजाओं ने शासन किया है। जो आज इतिहास के पन्नों में हमेशा की तरह छप गये।
आज हम राजस्थान में राजा महाराजाओं के समय में स्थापित एक महल की बात कर रहे हैं जो वास्तव में देखने लायक है। यह महल कोई आम मामूली महल नहीं है बल्कि इस महल का नाम हवा महल है। हवा महल को राजाओं ने कुछ इस तरह से बनाया है कि अभी के कारीगर उस महल के बारे में सोच भी नहीं सकते हैं। इस महल का आश्चयजनक पहेली यह है कि इस महल की दीवारें बिना नीवं की काफी पुराने समय से खड़ी हैं, लेकिन अनेक प्राकृतिक आपदाएं आयीं लेकिन हवा महल का आज तक कुछ भी बाल बांका नहीं हो पाया है।
भला ऐसा कोई निर्माण हो सकता है, जो बिना नींव के किया जाये, अगर इस समय ऐसा निर्माण होता भी है तो वह एक ही बारिश के सीजन में या फिर प्राकृतिक आपदा में ढह सकता है। लेकिन हवा महल की कुछ बात ही निराली है, यह उस समय के राजाओं ने जाने किस तकनीकि से बनवाया है, जिस कारण से आज भी हवा महल केवल हवा की तरह ही राजस्थान के राज्य में खड़ा हुआ है और अभी तक इस हवा महल का बाल भी बांका नहीं हुआ है। दरअसल यह भी बता दें कि हवा महल देखने में बहुत ही सुंदर लगता है। यहां पर प्रतिदिन पर्यटकों की देखने के लिए भीड़ लगी रहती है। क्योकि हवा महल कुछ है ही ऐसा। जिसे एक बार देखने वाला व्यक्ति उसे देखता ही रह जाता है।
Jaipur Hawa Mahal: पैलेस ऑफ विंड्स के नाम से भी जाना जाता है हवा महल
हवा महल को पैलेस ऑफ विंड्स के नाम से भी जाना जाता है। इस महल में बनीं 953 खिड़कियां इसे दूसरे महलों से अलग बनाती हैं। इन खिड़कियों को इसलिए बनाया गया था। ताकि हवा महल के अंदर आ सके और यहां गर्मी का एहसास भी न हो। आपको बता दें कि हवा महल को खासतौर पर राजपूत सदस्यों और खासकर महिलाओं के लिए बनवाया गया था। उस दौरान महिलाए खुलेआम किसी भी आयोजन में नहीं शामिल होती थीं। इसलिए इस महल की खिड़कियों पर खड़े होकर वह नीचे आयोजित हो रहे कार्यक्रम को देखती थीं।
भले ही यह महल पांच बना है, लेकिन इस महल में आपको सीढ़ियां नहीं मिलेंगी। हर मंजिल पर आपको रैंप करके जाना होगा। बता दें कि हवा महल को रहने के उद्देश्य से नहीं बनाया गया था। कुछ विशेष मौकों पर राजसी महिलाएं अपनी दासियों के साथ सिटी पैलेस से यहां आया करती थीं।
Jaipur Hawa Mahal: इन भगवान के बने हैं महल में 3 मंदिर
अधिकतर लोग शायद इस बात से अंजान होंगे कि इस भव्य महल के अंदर तीन मंदिर बने हुए हैं। जिन्हें गोवर्धन मंदिर, प्रकाश मंदिर और हवा मंदिर के नाम से जाना जाता है। हालांकि पहले लोग गोवर्धन कृष्ण मंदिर में भगवान कृष्ण के दर्शन करते थे। लेकिन उब उन्हें बंद कर दिया गया है।
Jaipur Hawa Mahal: एक मंदिर के नाम पर रखा महल का नाम
आपको जानकार हैरानी होगी कि हवा मंदिर नाम के एक मंदिर के नाम पर इस महल का नाम रखा गया था। आज भी यह मंदिर हवा महल के अंदर है। इसलिए इस महल का नाम हवा महल रखा गया। बता दें कि हवा महल खूबसूरत वास्तुकला का नमूना है।